आरजेएस पीबीएच ने संत कबीर: कर्म और भक्ति का सकारात्मक जीवन पर श्री कबीर मंदिर में किया संवाद.जामनगर गुजरात से पधारे साधु प्रेम सागर जी के सद् गुरु कबीर भजन व पेंटिंग - स्कल्पचर प्रदर्शनी ने किया मंत्रमुग्ध.आरजेएस पीबीएच संस्थापक ने श्रीकबीर मंदिर की लाइब्रेरी को पुस्तक भेंट की और दस दिवसीय बिहार यात्रा की घोषणा की। #rjspbh
आरजेएस पीबीएच ने संत कबीर: कर्म और भक्ति का सकारात्मक जीवन पर श्री कबीर मंदिर में किया संवाद. जामनगर गुजरात से पधारे साधु प्रेम सागर जी के सद्गुरु कबीर भजन व पेंटिंग - स्कल्पचर प्रदर्शनी ने किया मंत्रमुग्ध. आरजेएस पीबीएच संस्थापक ने श्रीकबीर मंदिर की लाइब्रेरी को पुस्तक भेंट की और दस दिवसीय बिहार यात्रा की घोषणा की।#rjspbh नई दिल्ली । रामजानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) द्वारा श्रीकबीर मंदिर ईदगाह रोड दिल्ली में राष्ट्र प्रथम,भारत एक परिवार, विश्व एक घर की भावना को बल प्रदान करने के लिये फिजिकल व वर्चुअल बैठक का आयोजन किया । वेबीनार की शुरुआत में गुजरात से आरजेएस पीबीएच ऑब्जर्वर प्रफुल्ल डी सेठ ने बताया कि कबीर साहब ने 2800 के लगभग दोहा-साखियां की रचना की । बीजक शब्दावली आदि उनकी रचना थी ।श्री कबीर साहब का मंदिर 1947 में पाकिस्तान से विभाजन के पश्चात आये लोगों ने 1958 में किया । मंदिर स्थापना का मकसद कबीर साहब की बातों को जन साधारण तक बताना था । श्रीकबीर मंदिर के अनुयायी अमेरिका फ्रांस इंग्लैंड और विदेशों के अनेक देशों में फैले हुए हैं । यह मं...