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Showing posts from May, 2021

Regulate Unorganised Tobacco Trade and Bring in Equitable Taxation Policies to Safeguard Indian Consumers from Inferior Quality Tobacco Products: Experts . #consumer_online_foundation

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Regulate Unorganised Tobacco Trade and Bring in Equitable Taxation Policies to Safeguard Indian Consumers from Inferior Quality Tobacco Products: Experts  Proposed COTPA Amendments to Aggravate the Unemployment Crisis amid COVID Pandemic Coercive measures for tobacco control activities will make consumers fall prey to spurious and duplicate tobacco products Livelihoods of millions of small shop owners and KIRANA stores are at stake who are struggling to earn their living during the second wave of the COVID-19 pandemic Curtailment of widespread tobacco consumption should start from the unorganized which forms 91% of the tobacco consumption New Delhi, 31st May 2021: Consumer Online Foundation (COF), Patient Safety & Access Initiative of India Foundation (PSAIIF), The AWARE CONSUMER (TAC) and Healthy You Foundation in association with PHD Chamber of Commerce and Industry (PHDCCI), today on the occasion of ‘World No Tobacco Day’ organised a webinar to delibe...

असंगठित तंबाकू व्यापार को विनियमित करना और भारतीय उपभोक्ताओं को घटिया गुणवत्ता वाले तंबाकू उत्पादों से बचाने के लिए समान कराधान नीतियां लाना: विशेषज्ञ------. #consumer_online_foundation

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असंगठित तंबाकू व्यापार को विनियमित करना और भारतीय उपभोक्ताओं को घटिया गुणवत्ता वाले तंबाकू उत्पादों से बचाने के लिए समान कराधान नीतियां लाना: विशेषज्ञ  COVID महामारी के बीच बेरोजगारी संकट को बढ़ाने के लिए प्रस्तावित COTPA संशोधन  तंबाकू नियंत्रण गतिविधियों के लिए जबरदस्ती के उपाय उपभोक्ताओं को नकली और नकली तंबाकू उत्पादों का शिकार बना देंगे  लाखों छोटे दुकान मालिकों और किराना स्टोरों की आजीविका दांव पर है, जो COVID-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान अपनी जीविका कमाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।  व्यापक तम्बाकू सेवन में कमी असंगठित से शुरू होनी चाहिए जो तंबाकू की खपत का 91% है नई दिल्ली, 31 मई 2021: कंज्यूमर ऑनलाइन फाउंडेशन (सीओएफ), पेशेंट सेफ्टी एंड एक्सेस इनिशिएटिव ऑफ इंडिया फाउंडेशन (पीएसएआईआईएफ), द अवेयर कंज्यूमर (टीएसी) और हेल्दी यू फाउंडेशन पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) के सहयोग से, आज  'विश्व तंबाकू निषेध दिवस' के अवसर पर पश्चिमी देशों के गैर सरकारी संगठनों के प्रभाव में शिकार हो रहे उपभोक्ताओं और नकली और निम्न गुण...

हिंदी पत्रकारिता दिवस 30मई 2021को आरजेएस राष्ट्रीय वेबिनार में परिचर्चा "कोविड काल में पत्रकारों की स्वास्थ्य सुरक्षा" और डॉक्टर केके अग्रवाल को श्रद्धांजलि

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हिंदी पत्रकारिता दिवस 30मई 2021को आरजेएस राष्ट्रीय वेबिनार में परिचर्चा "कोविड काल में पत्रकारों की स्वास्थ्य सुरक्षा" और डॉक्टर केके अग्रवाल को श्रद्धांजलि  नई दिल्ली। हिंदी पत्रकारिता दिवस पर 30 मई को रामजानकी संस्थान , आरजेएस द्वारा आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार में  कोविड काल में पत्रकारों की स्वास्थ्य सुरक्षा और जनता के डॉक्टर डा.के के अग्रवाल को श्रद्धांजलि दी गई.  आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार ने बताया कि कई राज्यों से आरजेएस फैमिली पॉजिटिव मीडिया के लोगों ने चर्चा की और श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में डाॅक्टर अग्रवाल के रोजाना चल रहे रिकार्ड  लाईव शो से देश-विदेश भर में जागरूकता आई। डा.अग्रवाल की अंतिम विडियो जिसमें वो ऑक्सीजन का सहारा लेते दिखे और जिसमें उन्होंने कहा था  कि मुझे कोरोना पाॅजिटिव प्रोग्रेसिव निमोनिया है, लेकिन द शो मस्ट गो ऑन, पिक्चर अभी बाकी है। मेडिकल फ्रैटरनिटी के साथ सभी क्षेत्रों  के लिए मैसेज है।  वेबिनार की शुरुआत में प्रो बिजाॅन मिश्रा ने कहा कि डा अग्रवाल हमेशा हमारे और ...

30मई 2021हिंदी पत्रकारिता दिवस पर आरजेएस राष्ट्रीय वेबिनार में कोविड-19 से पत्रकारों की स्वास्थ्य सुरक्षा और डॉक्टर के के अग्रवाल को श्रद्धांजलि दी गई------ .#rjspositivemedia,#drkkaggarwal

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30मई 2021हिंदी पत्रकारिता दिवस पर आरजेएस राष्ट्रीय वेबिनार में कोविड-19 से पत्रकारों की स्वास्थ्य सुरक्षा और जनता के डॉक्टर डा. के के अग्रवाल को श्रद्धांजलि दी गई।         पं जुगल किशोर शुक्ल नई दिल्ली। हिंदी पत्रकारिता दिवस पर 30 मई को रामजानकी संस्थान , आरजेएस द्वारा आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार में  कोविड काल में पत्रकारों की स्वास्थ्य सुरक्षा और जनता के डॉक्टर डा.के के अग्रवाल को श्रद्धांजलि दी गई.  आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार ने बताया कि   पं जुगल किशोर शुक्ल ने 30मई 1826 को हिंदी का पहला समाचार पत्र प्रकाशित किया था।इसी उपलक्ष्य में हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाया जाता है। आरजेएस राष्ट्रीय वेबिनार में कई राज्यों से आरजेएस फैमिली पॉजिटिव मीडिया के लोगों ने इसपर  चर्चा की और डा के के अग्रवाल को श्रद्धांजलि दी। श्री मन्ना ने कहा कि कोरोना काल में डाॅक्टर अग्रवाल के रोजाना चल रहे रिकार्ड  लाईव शो से देश-विदेश भर में जागरूकता आई। डा.अग्रवाल की अंतिम विडियो जिसमें वो ऑक्सीजन का सहारा लेते दिखे और जिसमें उन्होंन...

डा के. के. अग्रवाल ने अपना पूरा जीवन जनता के स्वास्थ्य के लिए समर्पित कर दिया। टीम RJS 30 मई 2021 को राष्ट्रीय वेबिनार में दे रही है श्रद्धांञ्जलि

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Dr K.K.Aggrawal  Born: 5 September 1958, India Died: 17 May 2021, New Delhi Krishan Kumar Aggarwal was an Indian physician and cardiologist who was President of the Confederation of Medical Association of Asia and Oceania, President of the Heart Care Foundation of India and the Past National President of Indian Medical Association.  टीम आरजेएस द्वारा 30 मई  2021 हिंदी पत्रकारिता दिवस पर डा अग्रवाल जी को राष्ट्रीय वेबिनार में श्रद्धांजलि  डॉ के के अग्रवाल (K. K. Aggarwal) एक भारतीय चिकित्सक और हृदय रोग विशेषज्ञ हैं जो भारत के हार्ट केयर फाउंडेशन के अध्यक्ष और गैर सरकारी संगठन के तत्काल पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय चिकित्सा संघ (Indian Medical Association) रह चुके हैं।उन्हें भारत सरकार ने दवा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए, देश के चौथे उच्चतम नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से 2010 में उन्हें सम्मानित किया। उन्हें डॉ बीसी रॉय राष्ट्रीय पुरस्कार राष्ट्रीय विज्ञान संचार पुरस्कार विश्व हिंदी सम्मान मिला। गोल्ड मेडलिस्ट और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्ड...

यूजीसी की सीईसी में सदस्य नियुक्त किए गए एमसीयू के कुलपति प्रो. केजी सुरेश. सूचना प्रौद्योगिकी और टेलीविजन के माध्यम से उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने का काम करती है सीईसी. ..........rjspositivemedia

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यूजीसी की सीईसी में सदस्य नियुक्त किए गए एमसीयू के कुलपति प्रो. केजी सुरेश सूचना प्रौद्योगिकी और टेलीविजन के माध्यम से उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने का काम करती है सीईसी. भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश को विश्विद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा स्थापित कंसोर्टियम फॉर एजुकेशनल कम्युनिकेशन (सीईसी) के गवर्निंग बोर्ड में सदस्य नियुक्त किया गया है। उन्हें मीडिया विशेषज्ञ की श्रेणी में शामिल किया गया है और उनका कार्यकाल तीन साल का होगा। यह संस्था केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अधीन है।             सीईसी की स्थापना 1991 में की गई थी। यह एक स्वायत्त संस्था है, जिसका लक्ष्य सूचना प्रौद्योगिकी और टेलीविजन के माध्यम से उच्च शिक्षा को बढ़ावा देना है। यूजीसी के अध्यक्ष ही सीईसी के भी प्रमुख होते हैं। उल्लेखनीय है कि कुलपति प्रो. केजी सुरेश पूर्व में भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी), नईदिल्ली के महानिदेशक रह चुके हैं। डीडी न्यूज में सीनियर कंसल्टिंग एडिटर, एशियानेट न्यूज़ नेटवर्क में संपादकीय सलाहकार...

शिष्टाचार की निशानी - चाय-----निखिलेश मिश्रा----#rjspositivemedia,#rjs_positive_media

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शिष्टाचार की निशानी - चाय -----निखिलेश मिश्रा---- #rjspositivemedia,#rjs_positive_media नई दिल्ली। आज बात करते हैं यहां के प्रचिलित पेय के बारे में जिसे चाय कहा जाता है। किसी के जाने का मतलब ही है कि पानी मिले ना मिले लेकिन चाय जरूर पिलाई जाएगी। रामराज में दूध मिला, कृष्णराज में घी, कलियुग में चाय मिली, सो फूंक फूंक के पी। सबसे पहले सन् १८१५ में कुछ अंग्रेज़ यात्रियों का ध्यान असम में उगने वाली चाय की झाड़ियों पर गया जिससे स्थानीय क़बाइली लोग एक पेय बनाकर पीते थे। भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड बैंटिक ने १८३४ में चाय की परंपरा भारत में शुरू करने और उसका उत्पादन करने की संभावना तलाश करने के लिए एक समिति का गठन किया। इसके बाद १८३५ में असम में चाय के बाग़ लगाए गए। कहते हैं कि एक दिन चीन के सम्राट शैन नुंग के रखे हुए गर्म पानी के प्याले में, हवा के ज़रिये उड़कर कुछ सूखी पत्तियाँ आकर उसमे गिर गयी, जिनसे पानी में रंग आया और जब उन्होंने उसकी चुस्की ली तो उन्हें उसका स्वाद बहुत पसंद आया। बस यहीं से शुरू होता है चाय का सफ़र। सन् ३५० में चाय पीने की परंपरा का पहला उल्लेख मिलता है। सन् १६१...

कहां से आया समोसा ? -‌निखिलेश मिश्रा- #rjspositivemedia

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कहां से आया समोसा? -----निखिलेश मिश्रा नई दिल्ली/समोसा एक तला हुआ या बेक किया हुआ भरवां अल्पाहार व्यंजन है। इसमें प्रायः मसालेदार भुने या पके हुए सूखे आलू, या इसके अलावा मटर, प्याज, दाल, कहीम कहीं मांसा भी भरा हो सकता है। इसका आकार प्रायः तिकोना होता है किन्तु आकार और नाप भिन्न-भिन्न स्थानों पर बदल सकता है।  अधिकतर ये चटनी के संग परोसे जाते हैं। ये अल्पाहार या नाश्ते के रूप में भारतीय उपमहाद्वीप, दक्षिण पूर्व एशिया, मध्य एशिया, दक्षिण पश्चिम एशिया, अरब प्रायद्वीप, भूमध्य सागर क्षेत्र, अफ़्रीका का सींग, उत्तर अफ़्रीका एवं दक्षिण अफ़्रीका में प्रचलित हैं। समोसा दक्षिण एशिया का एक लोकप्रिय व्यंजन है। इस लज़ीज़ त्रिभुजाकार व्यंजन को आटा या मैदा के साथ आलू के साथ बनाया जाता है और चटनी के साथ परोसा जाता है। ऐसा माना जाता है कि समोसे की उत्पत्ति उत्तरी भारत में हुई और फिर यह धीरे-धीरे पूरे भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश सहित आस-पास के क्षेत्रों में भी काफी लोकप्रिय हुआ। यह भी माना जाता है कि समोसा मध्यपूर्व से भारत आया और धीरे-धीरे भारत के रंग में रंग गया।  कुछ इतिहासकारों क...

पद्मश्री से सम्मानित डॉ के के अग्रवाल के निधन से मेडीकल फ्रेटरनिटी, पत्रकार और जनता में शोक की लहर,. •डॉ केके अग्रवाल ने अपनी चिकित्सा विशेषज्ञता और परोपकारी गतिविधियों के माध्यम से अनगिनत जीवन को बचाया.

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 पद्मश्री से सम्मानित डॉ के के अग्रवाल के निधन से मेडीकल फ्रेटरनिटी, पत्रकार और जनता में शोक की लहर. •डॉ केके अग्रवाल ने अपनी चिकित्सा विशेषज्ञता और परोपकारी गतिविधियों के माध्यम से अनगिनत जीवन को बचाया •उन्होंने अपने काम के माध्यम से महामारी के दौरान अनगिनत जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई  डॉ. अग्रवाल, कन्फेडरेशन ऑफ मेडिकल एसोसिएशन ऑफ एशिया एंड ओशिनिया (CMAAO) और हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया (HCFI) के अध्यक्ष भी थे; एडिटर-इन-चीफ, IJCP ग्रुप और medtalks.in और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष।  (RJS POSITIVE MEDIA) *नई दिल्ली, मई 18, 2021*: प्रसिद्ध चिकित्सक और हृदय रोग विशेषज्ञ, पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित डॉ केके अग्रवाल का 17 मई 2021 को रात 11:30 बजे COVID-19 के खिलाफ लंबी लड़ाई के बाद निधन हो गया। उनके परिवार में पत्नी (डॉ वीना अग्रवाल) और बच्चे (बेटा नीलेश अग्रवाल, बेटी नैना अग्रवाल आहूजा और दामाद अंकित आहूजा) हैं।  RJS भारत उदय सम्मान 2016 समारोह की अध्यक्षता करते डा.अग्रवाल और मुख्य अतिथि एम एस बिट्टा । सम्मान ग्रहण करती...

जनता के डॉक्टर के के अग्रवाल को सादर नमन्, 🙏पद्मश्री और डा.बी सी राय पुरस्कार से सम्मानित समाज के हितैषी डा. अग्रवाल का निधन एक अपूरणीय क्षति है -अरविंद कुमार सिंह

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जनता के डॉक्टर के के अग्रवाल को सादर नमन्, 🙏 पद्मश्री और डा.बी सी राय पुरस्कार से सम्मानित   समाज के हितैषी डा. अग्रवाल का निधन समाज की एक अपूरणीय क्षति है -अरविंद कुमार सिंह मैने डॉ. बिधान चंद्र राय को नहीं देखा। लेकिन उनके बारे में अनगिनत किस्से सुने। वे डॉ. राय नहीं थे लेकिन उनके बहुत से गुण उनमें मैने देखे। मैं बात कर रहा हूं जनता के डॉक्टर के.के. अग्रवालजी का जिनके निधन के साथ एक अध्याय समाप्त हो गया। मेरा उनसे परिचय शायद 1991-92 के दौरान हुआ था। डॉक्टरों से मेरा अधिक वास्ता नही पड़ा, लेकिन पत्रकारिता के आरंभिक दिनों में मैने जनता को लूटने वाले कुछ नामी डॉक्टरों और नरसिंग होमों पर हमला किया तो कुछ मुकदमेबाजी भी झेली। लेकिन अग्रवाल साहब के माध्यम से मैने कितने लोगों की मदद की होगी याद नहीं। खास तौर पर ह्रदय रोग के मामले में बहुत से मित्रों की मदद उन्होंने की। अन्य मामलों में भी। उनके अलावा डॉ. अशोक वालिया थे जिनसे कुछ कहता तो तत्काल सहयोग मिलता।  RJS के स्वास्थ्य जागरूकता अभियान 2016 का उद्घाटन करते डा. के के अग्रवाल जी कोरोना संकट के दौरान लो...