डा के. के. अग्रवाल ने अपना पूरा जीवन जनता के स्वास्थ्य के लिए समर्पित कर दिया। टीम RJS 30 मई 2021 को राष्ट्रीय वेबिनार में दे रही है श्रद्धांञ्जलि
Dr K.K.Aggrawal
Born: 5 September 1958, India
Died: 17 May 2021, New Delhi
Krishan Kumar Aggarwal was an Indian physician and cardiologist who was President of the Confederation of Medical Association of Asia and Oceania, President of the Heart Care Foundation of India and the Past National President of Indian Medical Association.
टीम आरजेएस द्वारा 30 मई 2021 हिंदी पत्रकारिता दिवस पर डा अग्रवाल जी को राष्ट्रीय वेबिनार में श्रद्धांजलि
डॉ के के अग्रवाल (K. K. Aggarwal) एक भारतीय चिकित्सक और हृदय रोग विशेषज्ञ हैं जो भारत के हार्ट केयर फाउंडेशन के अध्यक्ष और गैर सरकारी संगठन के तत्काल पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय चिकित्सा संघ (Indian Medical Association) रह चुके हैं।उन्हें भारत सरकार ने दवा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए, देश के चौथे उच्चतम नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से 2010 में उन्हें सम्मानित किया।
उन्हें डॉ बीसी रॉय राष्ट्रीय पुरस्कार
राष्ट्रीय विज्ञान संचार पुरस्कार
विश्व हिंदी सम्मान मिला।
गोल्ड मेडलिस्ट और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर सीपीआर में.
केके अग्रवाल ने 1979 में नागपुर यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद उन्होंने इसी विश्वविद्यालय से 1983 में एमएस की डिग्री हासिल की.साल 2017 तक नई दिल्ली के मूलचंद मेडिसिटी में सीनियर कंसल्टेंट रहे। उन्होंने आधुनिक एलोपैथी के साथ प्राचीन वैदिक चिकित्सा, इकोकार्डियोग्राफी पर 6 टेक्स्ट बुक और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रेस में कई लेख भी प्रकाशित किए. पुरातन वैदिक दवाओं और आधुनिक दवाओं के मेलजोल को लेकर कई किताबें लिखी हैं.
वह भारत में दिल के दौरे के लिए स्ट्रेप्टोकिनेस थेरेपी (streptokinase therapy) इस्तेमाल करने वाले अग्रदूतों में से एक थे और उन्होंने भारत में कलर डॉपलर इकोकार्डियोग्राफी की तकनीक की भी शुरूआत की।
खेलगांव दिल्ली स्थित उनके ऑफिस के बाहर हर दिन सैकड़ों जरूरतमंद लोगों की कतारें लगती थीं. कोरोना का प्रकोप देश में आते ही उन्होंने जूम, फेसबुक और तमाम ऑनलाइन माध्यमों से लोगों को मदद करने की शुरुआत कर दी थी. वो हर दिन वक्त पर ऑनलाइन आकर लोगों से सवाल मांगते और उन्हें कोरोना को लेकर न सिर्फ जागरूक करते बल्कि इलाज भी बताते थे.इस पूरे कोरोना काल में उन्हें ऑनलाइन अपने फेसबुक के माध्यम से बिना किसी फीस के हजारों कोरोना मरीजों का न सिर्फ इलाज किया बल्कि उनका हौसला भी बढ़ाए रखा. खुद भी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद लगातार इलाज के साथ साथ अपनी जीवटता से उससे जूझते रहे. वो नाक में ऑक्सीजन पाइप लगाकर भी लोगों से ऑनलाइन बात करने आए. ये उनका अपने पेशे के प्रति अटूट समर्पण और सेवा की भावना ही थी जो उन्हें इन हालातों में भी ताकत देती रही.
श्री कीमत राय अग्रवाल और
श्रीमती सत्यवती अग्रवाल के सुपुत्र डा के के अग्रवाल के जीवन साथी डॉ वीना अग्रवाल, एमबीबीएस, डीजीओ हैं और
श्री निलेश अग्रवाल सुपुत्र तथा श्री नैना अग्रवाल (Talking Point) सुपुत्री स्वास्थ्य देखभाल संवाददाता हैं।
केके अग्रवाल ने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से बीते 28 अप्रैल 2021को जानकारी दी थी कि वो कोरोना संक्रमित हो गए हैं.
उन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ली हुई थी.
देश के जाने माने हृदय रोग विशेषज्ञ और सर्जन केके अग्रवाल का कल रात निधन हो गया, वे लंबे समय से कोरोना से जूझ रहे थे. उनकी जीवटता और डॉक्टरी के प्रति उनके फर्ज को आप इस तरह समझ सकते हैं कि कोरोना पॉजिटिव हो जाने के बाद भी उनके चेहरे पर एक शिकन नजर नहीं आ रही थी. यहां तक कि अस्पताल में भर्ती होने से पहले भी वो ऑनलाइन मरीजों की परेशानियां सुलझाते रहे.
डा. अग्रवाल इलाज के दौरान भी कोरोना को लेकर लोगों को देते रहे सलाह, निधन से पहले आखिरी वीडियो में कहा था- 'द शो मस्ट गो ऑन', पिक्चर अभी बाकी है। उन्होंने बताया कि वो कोरोना पाॅजिटिव हैं और निमोनिया प्रोग्रैसिव है। दिल्ली एम्स के डॉक्टरों की निगरानी में इलाज चल रहा है।
डॉ केके अग्रवाल की व्यक्तिगत जिंदगी की बात करें तो उनके पिता मध्यप्रदेश के रहने वाले थे. उनके पिता दिल्ली में नौकरी करने आए थे. उनके नौ भाई बहनों को माता-पिता ने बहुत अच्छी शिक्षा दी. उनका परिवार हमेशा एक आदर्श परिवार में गिना जाता था, सभी को जोड़कर रखना डॉ अग्रवाल के भी स्वभाव में था. इनके निधन से मीडिया जगत में भी मातम है। डा.अग्रवाल के मीडिया फ्रेंड्स काफी संख्या में थे। मीडिया के लोगों की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाें का निदान भी करते थे।
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