बसंत पंचमी पर आरजेएस वाणी फेसबुक लाईव शो लांच, 18फरवरी से प्रत्येक गुरुवार सायं 7 बजे होगा प्रसारण। 136वीं आरजेएस सकारात्मक बैठक में सरस्वती पूजन और महात्मा ज्योतिबा फुले-साबित्रीबाई फुले और महाप्राण सूर्यकांत त्रिपाठी निराला को पुष्पांजलि .




बसंत पंचमी पर आरजेएस वाणी फेसबुक लाईव शो लांच, सरस्वती पूजन और महात्मा ज्योतिबा फुले-साबित्रीबाई फुले और महाप्राण सूर्यकांत त्रिपाठी निराला को पुष्पांजलि

नई दिल्ली/ सकारात्मक भारत के लिए राम जानकी संस्थान आरजेएस ,ने कोविद काल के उपरांत बसंत पंचमी से अपनी बैठकों के नये प्रारूप की श्रृंखला शुरू कर दी। आरजेएस बैठकों के सह-आयोजक चौधरी इंद्राज सिंह सैनी की अगुआई में मां सरस्वती और महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की जयंती बसंत पंचमी 16 फरवरी को 136वीं बैठक  दिल्ली के सिल्वर ऑक पब्लिक स्कूल ,सरूप नगर स्थित महात्मा ज्योतिबा फुले स्मारक में आयोजित की गई।

 बैठक की शुरुआत मां शारदा और महात्मा  ज्योतिबा -साबित्रीबाई फुले व महाकवि निराला की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर आरंभ हुई। बैठक के सह-आयोजक व स्कूल के चेयरमैन चौधरी इंद्राज सिंह सैनी व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कश्मीरो देवी ने अपने माता-पिता स्व० हीरालाल सैनी व स्व० भरतो देवी की स्मृति में , महात्मा ज्योतिबा फुले-सावित्रीबाई फुले के नाम आरजेएस नेशनल स्टार अवार्ड 2021 की घोषणा की। ज्ञातव्य है आरजेएस फैमिली की पहल  पूर्वजों की स्मृति में महापुरुषों के  नाम सम्मान एकदम अनूठी है।
 उन्होंने आरजेएस वाणी फेसबुक लाईव शो को लांच किया जो प्रत्येक गुरुवार सायं 7 बजे प्रसारित होगा। इस अवसर पर स्कूल के एमडी राकेश सैनी,लेखक मुकेश भटनागर, उद्योगपति विशाल सैनी व समाजसेवी विजय सैनी(बंटी), सुशील खन्ना और पत्रकार अफजल खान व हरगोविंद आदि  उपस्थित हुए। बैठक का संचालन करते हुए उदय मन्ना ने आरजेएस द्वारा देश व्यापी सकारात्मक मुहिम के विषय में विस्तार से बताते हुए कहा कि अब अलग-अलग राज्यों में बैठक करने की स्वीकृति प्रदान की जा रही है।5 बैठकों की तैयारी चल रही है। 

 बैठक के मुख्य वक्ता लेखक और मोटिवेशनल स्पीकर मुकेश भटनागर ने प्रतिभागियों को सकारात्मक जीवन के मंत्र बताए। उन्होंने बसंत पंचमी से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला। अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी के ही दिन दण्डकारण्य वन में श्री राम की भेंट शबरी भीलनी से हुई, 
सिक्खों के दसवें गुरु गोविंद सिंह का विवाह बसंत पंचमी के दिन हुआ वहीं राजा भोज का जन्मदिवस भी बसंत पंचमी को आता है।‌राजा भोज इस दिन एक बड़ा उत्सव करवाते थे जिसमें पूरी प्रजा के लिए एक बड़ा प्रीति भोज रखा जाता था जो चालीस दिन तक चलता था। अर्थात होली पर्व तक। बसंत पंचमी के दिन हिन्दी के अमर विभूति महा कवि सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' का जन्मदिवस भी आता है। निराला जी के मन में निर्धनों के प्रति अपार प्रेम और पीड़ा रहती थी। इसी कारण वे अपने पैसे और वस्त्र निर्धनों को दे डालते थे। इस कारण लोग उन्हें 'महाप्राण' भी कहते हैं।

उदय मन्ना
9811705015

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