अलग अलग राजनैतिक दलों के समर्थन एवं परस्पर प्रतिद्वंदिता के चलते अशोभनीय व अशिष्ट शब्दों का प्रयोग सभ्य व्यक्ति से अपेक्षित नही है- निखिलेश मिश्रा

देख रहा हूँ कि कई मित्र असहमत होने पर अपनी वाल पर तथा अन्य मित्रो की पोस्ट व टिप्पणीयों के अंतर्गत तरह तरह के अनुचित शब्द प्रयोग करते हुए अपना मत प्रस्तुत करते हैं। यह आचरण सख्त आपत्तिजनक है और मुझे पसन्द नही है। परिणामत: नेतृत्व के प्रति आपत्तिजनक शब्दों के प्रयोग किये जाने के कारण असभ्य लोगों को बाहर का मार्ग दिखाना पड़ता है। 
सत्ता या नेतृत्व तथा उनकी नीतियों की स्वस्थ आलोचना की स्वतंत्रता आपका संवैधानिक अधिकार है। अलग अलग राजनैतिक दलों के समर्थन एवं परस्पर प्रतिद्वंदिता के चलते अशोभनीय व अशिष्ट शब्दों का प्रयोग सभ्य व्यक्ति से अपेक्षित नहीं है। 

सभी व्यक्तियों को सम्मानजनक एवं गरिमापूर्ण जीवन जीने का अधिकार है। प्रायः ऐसी अशिष्ट भाषा व्यक्ति की शिक्षा, परिवेश, परिवार और संस्कारों का परिचय देती है।

अतैव सभ्य व्यक्तियों को अपशब्दों के प्रयोग से दूर रहना चाहिए और ना ही इस बाबत किसी की नकल करनी चाहिए।

सौभाग्य से मेरी मित्र सूची में सभी मित्र सुशिक्षित व सभ्य है किंतु यदा कदा ऐसे उदाहरण सामने आने पर सम्बन्धित को बाहर का मार्ग दिखाया जाना आवश्यक होता है।
-निखिलेश मिश्रा।

रिपोर्ट-RJS POSITIVE MEDIA
9811705015

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