पंचनद शोध पत्रिका 2020: हमारी लोक परंपराएं, उपराष्ट्रपति को भेंट. लोकार्पण,संस्थान के पूर्व अध्यक्ष डॉ. कृष्ण सिंह आर्य और वर्तमान अध्यक्ष प्रोफेसर बृजकिशोर कुठियाला के कर कमलों से सम्पन्न हुआ।

पंचनद शोध पत्रिका 2020: हमारी लोक परंपराएं, उपराष्ट्रपति को भेंट

    पंचनद संस्थान की वार्षिक "पंचनद शोध पत्रिका 2020" का लोकार्पण आज दिल्ली में एक सादे समारोह में आयोजित किया गया। लोकार्पण, संस्थान के पूर्व अध्यक्ष डॉ. कृष्ण सिंह आर्य और वर्तमान अध्यक्ष प्रोफेसर बृजकिशोर कुठियाला के कर कमलों से सम्पन्न हुआ।
    पंचनद शोध संस्थान समाज को भिन्न स्थितियों में संवाद के माध्यम से जोड़ने का काम करता है। पंजाब में अतिवाद के दौर में संस्थान ने काम करना शुरू किया था जो अब तक काफी विस्तृत हो चुका है। पंजाब से शुरू हुई संवाद यात्रा अब तक जम्मू और कश्मीर, हिमाचल, पंजाब हरियाणा और दिल्ली में सक्रिय है। संस्थान अपनी स्थानीय इकाइयों के सहयोग से व्यापक राष्ट्रीय-दृष्टि से विभिन्न व्याख्यानो, प्रकाशनों, सर्वेक्षणों के माध्यम से सामाजिक एकता के लिए शोध कार्य कर रहा है। शोध की भारतीय दृष्टि संस्थान की विशेषता है। अब तक संस्थान ने अपने वार्षिक कार्यक्रम के अंतर्गत समाज के प्रख्यात मनीषियों के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व के 27 व्याख्यान आयोजित किये हैं और 24 वार्षिक शोध पत्रिकाओं का प्रकाशन किया है। लघु पुस्तिकाएं और व्याख्यानों/वेबिनारों के संख्या बहुत ज्यादा है।
    संस्थान के अध्यक्ष प्रोफेसर बृजकिशोर कुठियाला ने बताया कि वर्ष 2020 के लिए संस्थान ने भारत के विभिन्न अंचलों, प्रदेशों की लोक परंपराओं को अपने शोध का विषय बनाया। भारतीय संस्कृति के मर्मज्ञ एवं संस्थान के पूर्व अध्यक्ष डॉ. कृष्ण सिंह आर्य के परंपराओं के सूत्र को विस्तार देते हुए इस विचार को देशव्यापी बनाया। विकास के काल में हमारी बहुत सी परंपराएं दम तोड़ चुकी है जो परंपराएं अभी जीवित हैं उन्हें संरक्षित करने की आवश्यकता है। इस के लिए ख्याति प्राप्त संस्कृतिकर्मियों, ज्ञाताओं, कला मर्मज्ञों, समाज चिंतकों के माध्यम से एक अच्छा प्रयास हुआ है। लोक परंपराओं को समेटती "पंचनद शोध-पत्रिका-2020 : हमारी लोक परंपराएं" में 42 लेख हैं। सभी लेख पठनीय हैं। पत्रिका का संपादन भारतीय संस्कृति में गहन रुचि रखनेवाले सीनियर रेडियो ब्रॉडकास्टर पार्थसारथि थपलियाल और लोकसम्पदा में रुचि रखनेवाले डॉ. कृष्णचन्द्र पांडे ने किया है।
   विमोचन के बाद पंचनद के वरिष्ठ कार्यकर्ता डॉ. कृष्ण सिंह आर्य, प्रोफेसर बृजकिशोर कुठियाला, डॉ. कृष्ण चंद्र पांडे, रोहित वासवानी और विक्रम अरोड़ा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के निवास गए और उन्हें शोध पत्रिका भेंट की।
(पार्थसारथि थपलियाल)

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  1. जयहिंद जयभारत सकारात्मक भारत

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