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Showing posts from January, 2022

‍Government should make special provisions in the Union Budget 2022 in the interest of education, health and senior citizens- Prafull Seth. .Government should make better use of tax money in Budget 2022 and RJS should arrange Baithak not only on 6th February 2022 but also in the next September on Budget 2023-- Prof. Bejon Kumar Misra... Tribute to great men and freedom fighters including Gandhi in the elixir of freedom.

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Government should make special provisions in the Union Budget 2022 in the interest of education, health and senior citizens- Prafull Seth.  Government should make better use of tax money in Budget 2022 and RJS should arrange Baithak not only on 6th February 2022 but also in the next September on Budget 2023-- Prof. Bejon Kumar Misra.  Tribute to great men and freedom fighters including Gandhi in the elixir of freedom.   New Delhi.  The country's budget 2022-23 is going to be presented on February 1,  this time it is expected that the government can make a big announcement.  Uday Manna, National Convenor of Ram-Janaki Sansthan (RJS) and Soumen Koley, Secretary of Tapsil Jati Adivasi Prakatan Sainik Krishi Bikash Shilpa Kendra (TJAPS KBSK)  Guntegeri, Hooghly, West Bengal  came farward to organise  Citizen's expectations from the budget 2022 in association with Consumer online Foundation, on Gandhi's sacrifice day 30 January 2022  In the ne

UNION BUDGET 2022: Expectations from Citizen-Consumer’s Perspective“Taxpayers money should be used efficiently and effectively with focus on Social Security and quality life-style for the citizen-consumer” said Prof Bejon Kumar Misra, International Consumer Policy Expert and Founder of Consumer Online Foundation, India . #rjspositivemedia

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UNION BUDGET 2022: Expectations from Citizen-Consumer’s Perspective “Taxpayers money should be used efficiently and effectively with focus on Social  Security and quality life-style for the citizen-consumer” said Prof Bejon Kumar  Misra, International Consumer Policy Expert and Founder of Consumer Online Foundation, India.  Preamble & Introduction: WE, THE PEOPLE OF INDIA, live in a SOVEREIGN SOCIALIST SECULAR DEMOCRATIC  REPUBLIC and are provided as per our CONSTITUTION a secured JUSTICE, LIBERTY,  EQUALITY to promote among them all FRATERNITY assuring the dignity of the  individual and the unity and integrity of the Nation. Let us retrospect by reflecting on the  preamble of our Constitution as said by our most respected Dr. Babasaheb Ambedkar: “It  was, indeed, a way of life, which recognizes liberty, equality, and fraternity as the  principles of life, and which cannot be divorced from each other: Liberty cannot be  divorced from equality; eq

नागरिक-उपभोक्ता के दृष्टिकोण से केंद्रीय बजट 2022 से अपेक्षाएं. -----"करदाताओं के पैसे को सामाजिक सुरक्षा पर ध्यान देने के साथ कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाना चाहिए"- प्रो.बिजाॅन कुमार मिश्रा

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केंद्रीय बजट 2022:  नागरिक-उपभोक्ता के दृष्टिकोण से केंद्रीय बजट से अपेक्षाएं.  "करदाताओं के पैसे को सामाजिक पर ध्यान देने के साथ कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाना चाहिए"- प्रो.बिजाॅन कुमार मिश्रा  (आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया) नागरिक-उपभोक्ता के लिए सुरक्षा और गुणवत्तापूर्ण जीवन शैली" पर  प्रो बिजाॅन कुमार मिश्रा ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय उपभोक्ता नीति विशेषज्ञ और उपभोक्ता ऑनलाइन फाउंडेशन के संस्थापक,  इंडिया।  प्रस्तावना और परिचय:  हम, भारत के लोग, एक संप्रभु समाजवादी धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक में रहते हैं  गणतंत्र और हमारे संविधान के अनुसार एक सुरक्षित न्याय, स्वतंत्रता प्रदान की जाती है,  उन सभी के बीच समानता को बढ़ावा देने के लिए बिरादरी की गरिमा सुनिश्चित करना  व्यक्ति और राष्ट्र की एकता और अखंडता।  आइए हम इस पर चिंतन करके पीछे मुड़कर देखें  हमारे संविधान की प्रस्तावना जैसा कि हमारे सबसे सम्मानित डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर ने कहा: "यह"  वास्तव में, जीवन का एक तरीका था, जो स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व को पहचानता है  जीव

आरजेएस-टीजेएपीएस के गणतंत्र दिवस सप्ताह में युवाओं को जोड़ने और राष्ट्र प्रथम का प्रशिक्षण देने का आह्वान- आरजेएस फैमिली.सुभाष जयंती पर आजाद हिन्द फौज के डा. पांडेय और शहीदों के वंशज प्रो.जगमोहन व अशफाक उल्ला खान से मिली आरजेएस फैमिली.सकारात्मक भारत-उदय भवन,नई दिल्ली से संचालित होगा आरजेएस सकारात्मक भारत आंदोलन.

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आरजेएस-टीजेएपीएस के गणतंत्र दिवस सप्ताह में युवाओं को जोड़ने और राष्ट्र प्रथम का प्रशिक्षण देने का आह्वान- आरजेएस फैमिली. सुभाष जयंती पर आजाद हिन्द फौज के डा. पांडेय और शहीदों के  वंशज प्रो.जगमोहन व अशफाक उल्ला खान से मिली आरजेएस फैमिली. सकारात्मक भारत-उदय भवन,नई दिल्ली से संचालित होगा आरजेएस सकारात्मक भारत आंदोलन. नई दिल्ली। आरजेएस-टीजेएपीएस का आजादी की अमृत गाथा के श्रृंखलाबद्ध 75 कार्यक्रमों का पैतालिसवां अंक गणतंत्र दिवस सप्ताह में युवाओं को जोड़ने और राष्ट्र प्रथम का प्रशिक्षण देने के आह्वान के साथ संपन्न। राम-जानकी संस्थान (आरजेएस) नई दिल्ली के राष्ट्रीय संयोजक उदय मन्ना और तपसिल जाति आदिवासी प्रकटन्न सैनिक कृषि बिकाश शिल्पा केंद्र ,गुंटेगिरी ,पश्चिम बंगाल के सचिव सोमेन कोले ने बताया कि तेईस जनवरी 2022 को सुभाष जयंती पर आजाद हिन्द फौज के 98 वर्षीय डा. बी.एन.पांडेय और शहीद भगत सिंह के भांजे प्रो.जगमोहन सिंह व शहीद अशफाक उल्ला खान के पौत्र श्री अशफाक उल्ला खान से मिली आरजेएस फैमिली. इन महानुभावों के अलावा आरजेएस ऑब्जर्वर दीपचंद माथुर, सलाहकार प्रो बिजाॅन मिश

दिल्ली सरकार में कार्यरत फार्मासिस्ट स्वास्थ्य कर्मियों का नामकरण पुनः से करके अपग्रेड किया गया है, अब फार्मासिस्ट की जॉइनिंग ग्रेड पे 2800 पर होगी, 2 वर्ष के बाद 4200 ग्रेड पे के साथ सीनियर फार्मासिस्ट, 10 वर्ष के बाद 4600 ग्रेड पे के साथ फार्मसी ऑफिसर, 20 साल के बाद 4800 ग्रेड पे के साथ सीनियर फार्मसी ऑफिसर नाम दिया गया है.#rjspositivemedia

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दिल्ली सरकार में कार्यरत फार्मासिस्ट स्वास्थ्य कर्मियों का नामकरण पुनः से करके अपग्रेड किया गया है, अब फार्मासिस्ट की जॉइनिंग ग्रेड पे 2800 पर होगी, 2 वर्ष के बाद 4200 ग्रेड पे के साथ सीनियर फार्मासिस्ट, 10 वर्ष के बाद 4600 ग्रेड पे के साथ फार्मसी ऑफिसर, 20 साल के बाद 4800 ग्रेड पे के साथ सीनियर फार्मसी ऑफिसर नाम दिया गया है जबकि MACP में 5400  ग्रेड पे कोर्ट में लंबित होने के कारण चीफ फार्मसी ऑफिसर पद नही दिया है l 2017 से ही दिल्ली के फार्मासिस्ट नामकरण बदलने का प्रयत्न कर रहे थे, जिसका प्रयास पूर्व जनरल सेक्रेटरी संजय बजाज ने शुरू किया था, कुछ सचिवालय के अफसरों की बेरुखी से मामला लंबित था l जिसको पुनः प्रयास फार्मासिस्ट एम्प्लॉई एशोसिएशन (PEA) के  अध्यक्ष आबिद मलिक व दिल्ली फार्मसी कॉउंसिल (DPC)  ने किया l PEA अध्यक्ष आबिद मलिक व DPC रजिस्ट्रार कुलदीप सिंह ने लेटर भी लिखकर सरकार से मांग की थी l फार्मासिस्ट एम्प्लॉई एशोसिएशन (PEA) के सभी पदाधिकारियों, फार्मासिस्ट व फार्मसी अधिकारियों ने दिल्ली सरकार, मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को बधाई दी है l PEA के वर्तमा

By making consumer protection a career and connecting the youth, the consumer movement will be strengthened. Bijon Kumar Misra. Tribute to great men and lectures on consumer movement in the International Webinar of Azadi ki Amrit Gatha-43.

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By making consumer protection a career and connecting the youth, the consumer movement will be strengthened.  Bijon Kumar Misra.  Tribute to great men and lectures on consumer movement in the International Webinar of Azadi ki Amrit Gatha-43.  New Delhi: While participating in the Amrit Mahotsav of the Government of India, RJS-TJAPS KBSK's Azadi ki Amrit Gatha 43, International webinar on 35 years of consumer movement in India and paying tribute to the great men.  Chief Guest and Keynote Speaker  Internationally renowned consumer policy expert Prof.  Bijon Kumar Misra said that by making consumer protection a career and engaging the youth, the consumer movement will be strengthened.  To recruit qualified persons in government and companies one should get a degree in consumer protection and Govt. Should start courses for this . Today the need is to make proper use of the Consumer Welfare Fund and make a habit of boycotting the shops selling substandard goods a

🔴 *वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया, अपने 5वे स्थापना दिवस के अवसर पर 17 जनवरी को, 'चुनाव व डिजिटल मीडिया" विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार करेगी*🌐 *वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया, द्वारा देश के मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र भेजकर 5 राज्यो में चुनाव प्रचार वर्चुअल/डिजिटल करवाये जाने पर धन्यवाद किया गया*🟣 *वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया ने देश के मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र भेजकर, उनसे चुनाव वाले सभी 5 राज्यो के सूचना अधिकारियों को डिजिटल/ऑनलाइन मीडिया के पत्रकारों को चुनाव कवरेज में सहयोग करने व उनके चुनाव कवरेज कार्ड बनाने के निर्देश देने का आग्रह*।

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🔴 *वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया, अपने 5वे स्थापना दिवस के अवसर पर 17 जनवरी को, 'चुनाव व डिजिटल मीडिया" विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार करेगी* 🌐 *वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया, द्वारा देश के मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र भेजकर 5 राज्यो में चुनाव प्रचार वर्चुअल/डिजिटल करवाये जाने पर धन्यवाद किया गया* 🟣 *वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया ने देश के मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र भेजकर, उनसे चुनाव वाले सभी 5 राज्यो के सूचना अधिकारियों को डिजिटल/ऑनलाइन मीडिया के पत्रकारों को चुनाव कवरेज में सहयोग करने व उनके चुनाव कवरेज कार्ड बनाने के निर्देश देने का आग्रह*। नई दिल्ली, 12 जनवरी/  *वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया द्वारा, देश का पहला " चुनाव व डिजिटल मीडिया" पर नेशनल वेबिनार* ।यूनियन की राष्ट्रीय कोर समिति के आज  हुई ऑनलाइन मीटिंग में इसपर फैसला लिया गया ।        वर्किंग जर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया की कोर ग्रुप की आज हुई मीटिंग की अध्य्क्षता यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अनूप चौधरी जी ने की है। इस बैठक का संयोजन यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री संजय कुमार उपाध्याय जी ने किया है।

आज़ाद हिंद फौज में थे 150 मुस्लिम सिपाही, देश की आजादी के... (Rahul Inqlab FB)

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आज़ाद हिंद फौज में थे 150 मुस्लिम सिपाही, देश की आजादी के... नेता जी सुभाष चन्द्र बोस द्वारा मुल्क को आज़ाद कराने के लिए सिंगापुर में गठित आज़ाद हिन्द फ़ौज ने क्रांतिकारी आन्दोलन में बड़ा योगदान दिया है। असल में बड़ी संख्या में देशवासी ब्रिटिश सेना में काम तो कर रहे थे परन्तु उनके दिलों में देश को आज़ाद कराने और देश से मुहब्बत का जज़्बा पल रहा था। हुआ यही कि जब सुभाष चन्द्र बोस द्वारा फ़िरंगियों से संघर्ष करके देश को आज़ाद कराने के लिए फ़ौज का गठन किया गया तो वे हिन्दुस्तानी जो कि ब्रिटिश सेना में अलग अलग पदों पर कार्यरत थे बड़ी संख्या में नौकरियां छोड़ कर नेता जी की इंडियन नेशनल आर्मी (Indian National Army:INA) शामिल हो गए। ब्रिटिश सेना में भर्ती हज़ारों मुसलमान सैनिक भी वतन परस्ती और देश को आज़ाद कराने के सच्चे जज़्बे को अपने दिलों में बसाए ब्रिटिश सेना की नौकरियां छोड़ कर आज़ाद हिन्द फ़ौज में शामिल हो गए। चूँकि वे सभी सैनिक अनुभवी थे और लड़ाई के सभी गुर घाट से पहले से ही वाक़िफ़ थे, इस कारण उन्होंने देश की आज़ादी की लड़ाई में जमकर हिस्सा लिया। यहां तक कि बड़ी संख्या में मु