आरजेएस-टीजेएपीएस के गणतंत्र दिवस सप्ताह में युवाओं को जोड़ने और राष्ट्र प्रथम का प्रशिक्षण देने का आह्वान- आरजेएस फैमिली.सुभाष जयंती पर आजाद हिन्द फौज के डा. पांडेय और शहीदों के वंशज प्रो.जगमोहन व अशफाक उल्ला खान से मिली आरजेएस फैमिली.सकारात्मक भारत-उदय भवन,नई दिल्ली से संचालित होगा आरजेएस सकारात्मक भारत आंदोलन.
आरजेएस-टीजेएपीएस के गणतंत्र दिवस सप्ताह में युवाओं को जोड़ने और राष्ट्र प्रथम का प्रशिक्षण देने का आह्वान- आरजेएस फैमिली.
सुभाष जयंती पर आजाद हिन्द फौज के डा. पांडेय और शहीदों के वंशज प्रो.जगमोहन व अशफाक उल्ला खान से मिली आरजेएस फैमिली.
सकारात्मक भारत-उदय भवन,नई दिल्ली से संचालित होगा आरजेएस सकारात्मक भारत आंदोलन.
नई दिल्ली। आरजेएस-टीजेएपीएस का आजादी की अमृत गाथा के श्रृंखलाबद्ध 75 कार्यक्रमों का पैतालिसवां अंक
गणतंत्र दिवस सप्ताह में युवाओं को जोड़ने और राष्ट्र प्रथम का प्रशिक्षण देने के आह्वान के साथ संपन्न।
राम-जानकी संस्थान (आरजेएस) नई दिल्ली के राष्ट्रीय संयोजक उदय मन्ना और तपसिल जाति आदिवासी प्रकटन्न सैनिक कृषि बिकाश शिल्पा केंद्र ,गुंटेगिरी ,पश्चिम बंगाल के सचिव सोमेन कोले ने बताया कि
तेईस जनवरी 2022 को सुभाष जयंती पर आजाद हिन्द फौज के 98 वर्षीय डा. बी.एन.पांडेय और शहीद भगत सिंह के भांजे प्रो.जगमोहन सिंह व शहीद अशफाक उल्ला खान के पौत्र श्री अशफाक उल्ला खान से मिली आरजेएस फैमिली. इन महानुभावों के अलावा आरजेएस ऑब्जर्वर दीपचंद माथुर, सलाहकार प्रो बिजाॅन मिश्रा , आरजेएस प्रभारी डा पुष्कर बाला -जमशेदपुर,डा ओमप्रकाश झुनझुनवाला -पटना , सुरजीत सिंह कोहली दीदेवार-पटेल नगर दिल्ली,डा नरेंद्र टटेसर-दिल्ली और सुदीप साहू -गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश की उपस्थिति में राष्ट्र प्रथम वंदेमातरम् वार्षिक कार्यक्रम में भारत-उदय भवन,नई दिल्ली लांच हुआ जिससे आरजेएस सकारात्मक भारत आंदोलन तेज गति से संचालित होगा। इसके अंतर्गत राष्ट्रीय सम्मान के भेंट कर्ताओं को सकारात्मक सूचना केंद्र का स्वैच्छिक प्रभारी बनाया जाएगा।
वेबीनार में अतिथियों का स्वागत पुनर्वास विशेषज्ञ सुमन कुमारी और धन्यवाद ज्ञापन शिक्षाविद् डा. मुन्नी कुमारी ने किया।
इस अवसर पर प्रथम राष्ट्रपति डा राजेंद्र प्रसाद और महर्षि अरविंदो घोष के नाम आरजेएस राष्ट्रीय वेबिनार2022 की प्रदाता मीता सहाय, झारखंड और डा.मुन्नी कुमारी , पटना ने अपने माता-पिता की स्मृति में घोषित किया।
अध्यक्षीय संबोधन में प्रो. जगमोहन सिंह ने कहा कि
शहीद भगत सिंह ,गांधी और नेताजी एक दूसरे के पूरक हैं।
वो आपसी सौहार्द सद्भाव और सामाजिक समरसता का भारत चाहते थे।
नाबराबरी दूर कर सबको विद्या का हक देना चाहते थे।
जैसे क्रांतिकारियों ने साम्राज्यवाद के खिलाफ जंग लड़ी वह जंग आज कॉरपोरेटाइजेशन के खिलाफ लड़ने की जरूरत है।
संविधान के मूलभूत अधिकार के साथ मूलभूत कर्तव्य को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर प्रोफेसर जगमोहन सिंह ने बल दिया।
आजाद हिंद फौज के योद्धा डॉक्टर बी एन पांडे ने नेताजी के जीवन परिचय से रूबरू कराया। वहीं नेताजी और गांधी जी से जुड़े अपने संस्मरण भी सुनाए ।
98 वर्षीय डॉ बी एन पांडे ने बताया कि आजाद हिन्द फौज का नियम पहले प्रशासन फिर अनुशासन का पाठ उन्होंने अपने जीवन में उतार लिया ।
काकोरी केस के शहीद अशफाक उल्ला खान के पौत्र श्री अशफाक उल्ला खान ने कहा कि हिंदू मुस्लिम एकता के पर्याय थे राम प्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला खान । उनका सपना था कि आजाद मुल्क में राजा के सामने किसान और मजदूर कुर्सी पर बैठ कर बात करें ।ऐसी बराबरी चाहते थे हमारे स्वतंत्रता सेनानी।
आरजेएस के सलाहकार और जाने माने कंज्यूमर ऐक्टिविस्ट प्रोफेसर बिजॉन मिश्रा ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी संपत्ति युवा हैं । आज युवाओं को यह बताने की जरूरत है कि संविधान हमारा मानक है। आरजेएस सूचना केंद्र पटेल नगर दिल्ली के प्रभारी सुरजीत सिंह कोहली (दीदेवार) ने कहा कि हमें अपने विचारों से भी आजाद होना होगा और सकारात्मक सोच में राष्ट्र प्रथम की दिशा मिलती है।
वेबीनार के अंत में राष्ट्रीय संयोजक उदय मन्ना ने कहा कि गांधी जी के बलिदान दिवस पर *नागरिकों के केंद्रीय बजट से अपेक्षा*
पर आजादी की अमृत गाथा का सैंतालीस वां वेबीनार आयोजित किया जाएगा।
उदय मन्ना
राष्ट्रीय संयोजक, आरजेएस
9811705015.
rjspositivemovement@gmail.com
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