आरजेएस और लोकहित समिति की बैठक में महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की पुण्यतिथि पर आरजेएस सम्मान घोषित.स्वतंत्रता सेनानी स्व०श्याम लाल कौशिक एवं स्व० कपूर चंद कौशिक की स्मृति में आरजेएस भारत उदय कल्पना चावला राष्ट्रीय सम्मान 2022 घोषित .

आरजेएस और लोकहित समिति की बैठक में महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की पुण्यतिथि पर आरजेएस सम्मान घोषित.
स्वतंत्रता सेनानी स्व०श्याम लाल कौशिक एवं स्व० कपूर चंद कौशिक की स्मृति में आरजेएस भारत उदय कल्पना चावला राष्ट्रीय सम्मान 2022 घोषित .

नई दिल्ली। आरजेएस सकारात्मक भारत आंदोलन के अंतर्गत आरजेएस फैमिली अपने महापुरुषों और स्वतंत्रता सेनानियों को सदा याद रखती है। 
भारत का विदेश में नाम रोशन करनेवाली पहली महिला अंतरिक्ष यात्री हरियाणा की एक बेटी कल्पना चावला थी। 1 फरवरी पुण्यतिथि पर हरियाणा के गुभाना स्थित लोकहित समिति के सदस्यों ने कल्पना चावला को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनपर चर्चा की।
लोकहित समिति के अध्यक्ष नरेश कौशिक ने अपने दादा स्वतंत्रता सेनानी श्याम लाल कौशिक एवं दिवंगत पिता कपूर चंद कौशिक की स्मृति में आरजेएस भारत- उदय कल्पना चावला राष्ट्रीय सम्मान 2022 की घोषणा की है। यह सम्मान समाज में किए गए सकारात्मक कार्यों में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया जाता है।  
ऑनलाइन बैठक में आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक ‌उदय मन्ना ने बताया कि समाजसेवी नरेश कौशिक देश और समाज के लिए 
सकारात्मक कार्य निरंतर करते रहे हैं। साथ ही‌ अपने पूर्वजों की याद और उनके कार्यों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने की इच्छा रखते हैं। 
हरियाणा की कल्पना चावला एक भारतीय अमरीकी अन्तरिक्ष यात्री और अन्तरिक्ष शटल मिशन विशेषज्ञ थी और अन्तरिक्ष में जाने वाली प्रथम भारतीय महिला थी। वे कोलंबिया अन्तरिक्ष यान आपदा में 1 फरवरी 2003 मारे गए सात यात्री दल सदस्यों में से एक थीं।
17 मार्च 1962 को जन्मी कल्पना अपने परिवार में चार भाई-बहनो मे सबसे छोटी थीं। उनके पिता का नाम बनारसी लाल चावला और माता का नाम संजयोती है। कल्पना चावला की शुरुआती शिक्षा हरियाणा राज्य के करनाल स्थित  टैगोर बाल निकेतन सीनियर सेकेंडरी स्कूल से हुई थी।
कल्पना चावला ने 1982 में चंडीगढ़ के पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की।
उन्होंने 1995 में नासा एस्ट्रोनॉट कोर्प ज्वाइन किया। उन्हें 1996 में पहली अंतरिक्ष उड़ान के लिए चुना गया।
अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के बल पर ही कल्पना चावला दो बार अंतरिक्ष यात्रा करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
अपने 28वें मिशन, एसटीएस-107 को समाप्त करने के कुछ समय पहले, अंतरिक्ष यान पृथ्वी के वायुमंडल में पुन: प्रवेश करने के दौरान टेक्सास के ऊपर बिखर गया, जिससे चालक दल के सभी सात सदस्यों की 1फरवरी 2003 को मौत हो गई।
कल्पना चावला एक एस्ट्रोनॉट होने के साथ ही बहुत ही क्रिएटिव भी थीं उन्हें कविता, नृत्य, साइकिल चलाना और दौड़ना भी पसंद था। 

उदय मन्ना
आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक
9811705015

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