बालासोर रेल हादसे में लावारिस शवों के अस्थि कलशों को गंगा में विसर्जित किया जाएगा।
बालासोर रेल हादसे में लावारिस शवों के अस्थि कलशों को गंगा में विसर्जित किया जाएगा।
नई दिल्ली।श्री देवोत्थान सेवा समिति (पंजी.)ने ओडिशा के बालासोर में हुई भयावह रेल दुर्घटना में करीब सैकड़ों लावारिस शवो के दाह संस्कार के बाद रखे अस्थि कलशो को ससम्मान राजधानी लाकर उनका विधिवत हरिद्वार के कनखल सतीघाट पर वैदिक रीति के साथ 100 किलो दूध की धारा के साथ विसर्जन करने का निर्णय लिया है। समिति के अध्यक्ष श्री अनिल नरेन्द्र ने बताया,कि इस हृदय विदारक दुर्घटना से पूरा राष्ट्र स्तब्ध है, ऐसे में लावारिस शवो के अंबार की खबर ने हमें झंझोड दिया है, इसलिए समिति का एक दल जल्द ही ओडिशा के बालसोर के लिए रवाना होगा।
जहां सरकार द्वारा लावारिस शवो के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी कराने के बाद उनके अस्थि कलशो को संग्रहित किया जाएगा। समिति के महामंत्री विजय शर्मा ने बताया,कि समिति पिछले 21वर्षो से पूरे भारतवर्ष ही नही, बल्कि पाकिस्तान में रहने वाले सैकड़ों हिन्दु परिवारों की वर्षो से रखी करीब 295 अस्थि कलशो सहित 1,55,746 अस्थि कलशो का वैदिक रीति से विसर्जन करा चुकी है। ऐसे में इस हादसे में लावारिस शवो के अस्थि कलशो को हम उनके स्वजनों के रूप में लेंगे और उनका विसर्जन करेंगे। प्राचीन निगम बोध घाट संचालन समिति के प्रमुख सुमन गुप्ता ने कहा,कि इससे ज्यादा परोपकार का और कोई कार्य नहीं है। उन्होंने कहा,कि हमारी समिति भी स्वेच्छा से सभी अस्थि कलशो का सम्मान कर पूरे तन,मन,धन से सहयोग करेगी। गौरतलब है,कि समिति लगातार 22 वीं बार भी अस्थि कलश विसर्जन यात्रा पितृपक्ष में 07 अक्टूबर 2023 शनिवार को दिल्ली से हरिद्वार के लिए हजारों अस्थि कलशो के साथ हरिद्वार के लिए रवाना होगी, जहां 08 अक्टूबर 2023 रविवार को सभी संग्रहित अस्थि कलशो का 100 किलो दूध की धारा के साथ कनखल, सतीघाट हरिद्वार में विसर्जित किया जाएगा।
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