राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला प्रगति मैदान में ‘बहुभाषी भारत : एक जीवंत परंपरा’ थीम पर 10 से 18 फरवरी 2024 तक आयोजित होगा। #rjspbh
राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला प्रगति मैदान में ‘बहुभाषी भारत : एक जीवंत परंपरा’ थीम पर 10 से 18 फरवरी 2024 तक आयोजित होगा। #rjspbh
प्रगति मैदान में 10 से 18 फरवरी, 2024 को आयोजित होने वाले नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले की तैयारियाँ तेजी से चल रही हैं। हॉल संख्या 1 से 5 में आयोजित विश्व पुस्तक मेले की मुख्य थीम होगी- ‘बहुभाषी भारत : एक जीवंत परंपरा’। बच्चे व युवा एक विशेष भाषा में शिक्षा लेने की परंपरा में बँधने के बजाय अपनी मातृभाषा या स्थानीय भाषा में रचनात्मक तरीके से बेहिचक अपने भावों को सबके सामने व्यक्त कर सकें, इस उद्देश्य से नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में थीम पर आधारित विशेष मंडप तैयार किया जा रहा है, जहाँ पर क्रिएटिव और कलाकृतियों के जरिये ‘बहुभाषी भारत : एक जीवंत परंपरा’ को प्रदर्शित किया जाएगा। लक्ष्य है कि हर तरह के बाल साहित्य, लोक साहित्य, संस्कृति, कला, अध्यात्म, पुराण, विज्ञान, तकनीक, इतिहास, भूगोल आदि सभी विषयों की पुस्तकें देश की हर भाषा में उपलब्ध हों। पाठकों में मातृभाषा के प्रति सम्मान बढ़े और वे अपने विचारों को खुलकर सामने ला सकें। इस बार दो हजार स्टॉल्स पर लगभग हर भाषा में प्रकाशित, हजार के करीब प्रकाशकों की पुस्तकें यहाँ पाठकों के पढ़ने व खरीदने के लिए उपलब्ध होंगी।
इस बार नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में सऊदी अरब को सम्मानित अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया गया है। लगभग 400 वर्ग मीटर के पवेलियन में सऊदी अरब से आए प्रतिनिधिमंडल के साथ-साथ कई नामी लेखक, साहित्यकार, कलाकार और प्रकाशक शिरकत करेंगे। यहाँ पाठकों को अरब के साहित्य जगत से रूबरू होने का अवसर मिलेगा। पाठकों के पास भारत में ही अरब की भाषा, संस्कृति, लोक परंपरा, साहित्य को समझने का यह बेहतरीन अवसर होगा। सऊदी अरब द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक और साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे। साथ ही अतिथि देश बच्चों के लिए भी कुछ खास गतिविधियाँ आयोजित करेगा।
नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में बच्चों और युवाओं को देश-विदेश के मशहूर लेखकों से मिलने, उनसे बात करने का अवसर मिलेगा। यहाँ वे ओपेन माइक और एम्प्लीथियेटर पर अपनी प्रतिभा को भी प्रदर्शित कर सकेंगे। उनके लिए यहाँ करियर-परामर्श से जुड़ी कार्यशालाओं में शामिल होने का विकल्प भी होगा। किताबों की इस अनोखी दुनिया में बच्चों के लिए कैरीकेचर, इलस्ट्रेशन, कैलिग्राफी जैसी रचनात्मक कार्यशालाएँ आयोजित की जाएँगी, प्रख्यात बाल साहित्यकार द्वारा कहानी वाचन सत्रों का आयोजन किया जाएगा। वैदिक गणित कार्यशाला में बच्चे गणित को सरल और खेल-खेल में सीख सकेंगे। निबंध, चित्रकला और क्विज के जरिये बच्चों को प्रतिभावान बनने का अवसर भी मिलेगा। बाल मंडप में ही इंटर स्कूल प्रतियोगिताएँ होंगी और बच्चों के व्यक्तित्व विकास पर आधारित कार्यशालाएँ भी आयोजित की जाएँगी। बच्चे व युवा डिजिटल और वर्चुअल तरीके से पढ़ने का आनंद भी यहाँ ले सकेंगे।
नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया ने वर्ष 1972 में नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले की शुरुआत की थी। पिछले साल इस साहित्यिक उत्सव के 50 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया गया है।
10 से 18 फरवरी को विश्व के सबसे बड़े पुस्तक मेले में आप सभी आमंत्रित हैं।
आरजेएस पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस, आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया
8368626368,
9811705015.
Comments
Post a Comment