आरजेएस पीबीएच सकारात्मक कार्यक्रम में बोले दीदेवार- युवा आदर्शवादी कैरियर को ही जीवन-उद्देश्य में शामिल करें, अभिभावक अपनी महत्वाकांक्षा बच्चों पर ना थोपें . #rjspbh,#rjspositivemedia
आरजेएस पीबीएच कार्यक्रम में बोले दीदेवार-युवा आदर्शवादी कैरियर को जीवन-उद्देश्य में शामिल करें. अभिभावकों को अपनी महत्वाकांक्षा बच्चों पर नहीं थोपनी चाहिए. #rjspbh,#rjspositivemedia
ढींगरा ,गोखले,परमहंस और चैतन्य महाप्रभु को 205वें कार्यक्रम में आरजेएसिएन्स ने दी.
24 फरवरी को नई दिल्ली से दस दिवसीय गुजरात यात्रा टीम को आरजेएशिएन्स ने दी शुभकामनाएं .
नई दिल्ली। रामजानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) के रविवासरीय फिजिकल व वर्चुअल 205 वें कार्यक्रम में आरजेएस पीबीएच -दीदेवार व्याख्यान माला के अंतर्गत मुख्य अतिथि आध्यात्मिक गुरु सुरजीत सिंह दीदेवार द्वारा नई दिल्ली में कैरियर व जीवन - उद्देश्य पर किया गया।
स्वतंत्रता सेनानियों और संतों मदन लाल ढींगरा , गोपाल कृष्ण गोखले, रामकृष्ण परमहंस और चैतन्य महाप्रभु को आरजेएशिएन्स ने श्रद्धांजलि दी ।
उदय कुमार मन्ना, संस्थापक और राष्ट्रीय समन्वयक, आरजेएस पीबीएच- आरजेएस पॉजिटिव मीडिया
ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा सकारात्मक भारत-उदय आंदोलन की बैठकें अतीत का सम्मान और युवाओं का मार्गदर्शन कर रही हैं। इसके साथ ही प्रदेशों की श्रृंखलाबद्ध यात्राएं और लाइब्रेरीज को आरजेएस पीबीएच का ग्रंथ भेंट करना, पाॅजिटिव मीडिया डायलॉग करना जन-जन को प्ररित कर रही हैं। इसी क्रम में 18 फरवरी को गुजरात यात्रा की शुभकामनाएं देने आरजेएशिएन्स दीदेवार जीवन ज्योति हाॅल में पहुंचे और सड़क पर प्रतिकात्मक रोड शो भी किया।
अमृत काल का सकारात्मक भारत के 205वें कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सुरजीत सिंह
दीदेवार जी ने बताया कि कई दशक पहले 'करियर' शब्द अब की तरह प्रचलन में नहीं था, और जीवन सरल और आत्म-संतुष्ट था। आजादी के बाद यह आवश्यक था कि स्वास्थ्य, पानी, सड़क, बिजली, शैक्षणिक सुविधाएं प्रदान की जाएं और सरकार में करियर बनाना युवाओं के लिए उद्देश्य बन गया। हालाँकि, सरकारी नौकरियाँ तब भी सीमित थीं और आज भी हैं लेकिन निजी नौकरियाँ कई क्षेत्रों में असीमित हो सकती हैं। करियर और जीवन के उद्देश्य में अंतर है। करियर रोजमर्रा की जिंदगी जीने की जरूरतों को पूरा करने का एक साधन है, लेकिन इसका मतलब सामाजिक कल्याण में योगदान देना भी है। पिता को अपने बच्चों का दोस्त बनकर मार्गदर्शन करना चाहिए और उन्हें ऐसा करियर अपनाने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए जिसमें उनकी रुचि न हो। साथ ही युवाओं को महान उद्देश्यों के आदर्शों को जीवन में अपनाना चाहिए। जब किसी को किसी क्षेत्र, जैसे वैज्ञानिक अनुसंधान, या संगीत या खेल के प्रति जुनून होता है, तो साधना ही साध्य बन जाता है।
इस अवसर पर फिजिकल व वर्चुअल बैठक में नंद किशोर सुदीप साहू, इसहाक खान, कुलदीप राय, ब्रजकिशोर,अंजना ,सतेन्द्र त्यागी, प्रताप श्रीवास्तव , के प्रश्नों का दीदेवर जी द्वारा संतोषजनक उत्तर दिया गया।
बैठक में उपस्थित सभी ट्रू आरजेएशिएन्स को पुस्तकें भेंट की गई। ऑनलाइन जुड़े अधिकतर आरजेएशिएन्स को 13 फरवरी को मारवाह स्टूडियो, नोएडा में ये ग्रंथ प्रदान किया गया था।आरजेएस पीबीएच पुस्तक, अमृतकाल का साकारात्मक भारत ग्रंथ 2 ,सतेंद्र त्यागी की बेटी प्रीति त्यागी के लिए भेंट की गई। कार्यक्रम का समापन सत्येंद्र त्यागी के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ । यह नोट किया गया कि आरजेएस पीबीएच मीडिया द्वारा द्वारा नई दिल्ली पुस्तक मेला को स्वैच्छिक समर्थन दिया गया । आरजेएस पीबीएच एंकर आकांक्षा ने 17.02.2024 को नई दिल्ली पुस्तक मेला में पूर्व महानिदेशक, आईआईएमसी, नई दिल्ली के पूर्व महानिदेशक प्रोफेसर डा.संजय द्विवेदी और कवयित्री और उपन्यासकार सुश्री वंदना यादव के पुस्तक-विमोचन को भी कवर किया। RJSian टीम की 24.02.2024 से शुरू होने वाली 10 दिवसीय गुजरात यात्रा के लिए बधाईयों व शुभकामनाएँ देने की शुरुआत हो गई है।
New Delhi (Patel Nagar)Today's Sunday Webinar of RJS PBH was Co-organised by RJS PBH Spiritual Guru Deedewar at Deedevar Jeevan Jyoti Hall, Patel Nagar, New Delhi. The theme focussed upon was Career and Life Objectives. Tributes were given to freedom fighters and saints:Madan Lal Dinghra, Gopal Krishan Gokhle, Paramhans Ramkrishna, Chaitnya Mahaprabhu by Uday Kumar Manna, Founder and National Coordinator, RJS PBH RJS Positive Media
RJS PBH
Deedevar Ji pointed out that several decades ago the word 'career' was not in vogue as now, and life was rather simple and self-satisfied. After independence, it was essential that health, water, roads, electricity educational facilities be provided and career in Government became an objective for the youth. However, govt. jobs are limited but private jobs can be unlimited in numerous fields. There is a distinction between Career and objective of life. Career is a means to fulfilling needs of living day-to-day life, but also means to contributing to social welfare. Fathers should guide their children as friends and should not compel them to adopt a career in which they are not interested. Also young people should be inculcated ideals of great objectives in life. When some have passion for some field, such as scientific research, or music or sports, the _sadhna_ becomes _sadhan_
Shri Nand Kishor also expressed his views, and questions from S/Shri Sudeep Sahu, Ishaq Khan, Kuldip Rai, Satendra Tyagi were satisfactorily answered by Deedevar Ji. RJS PBH book, Amritkal Ka Sakaratmak Bharat Vol.2 was presented to Shri Brij, Shri Satender for his daughter, Preeti. It was noted that voluntary support was given by RJS PBH to New Delhi WBF. RJS PBH Anchor Akanksha also covered the book-release of Prof.Sanjay Dwivedi , former DG, IIMC, New Delhi, and Ms Vandana Yadav, poetess and novelist at New Delhi WBF on 17.02.2024. Good wishes were given for RJSian team 10-day Gujarat Yatra beginning 24.02.2024
Uday Manna,
Founder
RJS PBH
8368626368
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