आरजेएस पीबीएच - सिल्वर ओक पब्लिक स्कूल के शैक्षणिक कार्यक्रम में साधु प्रेम सागर जगदीश दास जी देंगे व्याख्यान...सावित्री बाई फुले व नई शिक्षा नीति, रमज़ान ,फुलेरा दूज, दांडी कूच, पर होगा पाॅजिटिव मीडिया डायलॉग. #rjspbh
आरजेएस पीबीएच - सिल्वर ओक पब्लिक स्कूल के शैक्षणिक कार्यक्रम में
साधु प्रेम सागर जगदीश दास जी देंगे व्याख्यान...
सावित्री बाई फुले व नई शिक्षा नीति, रमज़ान ,फुलेरा दूज, दांडी कूच, पर होगा पाॅजिटिव मीडिया डायलॉग. #rjspbh
नई दिल्ली।शिक्षकों,विद्यार्थियों और अभिभावकों के साथ "आधुनिक समय में शिक्षा की बदलती प्रणाली" पर राम-जानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस(आरजेएस पीबीएच) दिल्ली स्थित सिल्वर ओक पब्लिक स्कूल, स्वरूप नगर, जीटी करनाल रोड के सहयोग से एक सेमिनार का आयोजन गुरुवार 14 मार्च को करने जा रहा है। आरजेएस पीबीएच संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल के चेयरमैन चौधरी इंद्राज सिंह सैनी करेंगे और
श्री कबीर आश्रम, जामनगर के साधु प्रेम सागर जगदीश दास जी मुख्य अतिथि होंगे।
अतिथियों का स्वागत स्कूल के एमडी राकेश सैनी और धन्यवाद ज्ञापन निर्मला देवी करेंगी।
सिल्वर ओक पब्लिक स्कूल में नई शिक्षा नीति,सावित्री बाई फुलेरमज़ान, फुलेरा दूज, दांडी मार्च पर पाॅजिटिव मीडिया डायलॉग भी किया जाएगा।
आरजेएस पीबीएच इस सेमिनार को आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया यूट्यूब चैनल पर लाईव प्रसारित करेगा ।
https://youtube.com/live/ZrdOM6ytrMo?feature=share
फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 12 मार्च को फुलेरा दूज का त्योहार श्री राधा कृष्ण को समर्पित है और ये होली के आगमन का प्रतीक भी है।
इस्लाम धर्म में सबसे पाक माह-ए-रमजान इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार नौवां महीना होता है और लोग 12 मार्च से 9 अप्रैल तक लगभग महीने भर रोजा रखा जा रहा है | सूरज निकलने से लेकर डूबने तक कुछ भी नहीं खाते पीते हैं।ये माह इबादत, आत्मसुधार और परोपकारी बनने का संकल्प दिलाता है।
साबरमती आश्रम से महात्मा गांधी ने चौबीस दिवसीय 12 मार्च 1930 से 6 अप्रैल 1930 तक नमक सत्याग्रह के लिएदांडी कूच किया था।
भारत की प्रथम महिला शिक्षिका साबित्रीबाई फुले की 10 मार्च पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि। इन्होंने अपने पति महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रेरणा से भारत में लड़कियों के लिए भारत का पहला स्कूल सहित कुल 18 स्कूल खोले। उन्होंने
छुआछूत, सती प्रथा, बाल-विवाह, और विधवा विवाह जैसी कुरीतियों के विरूद्ध काम किया। सन् 1897 में पुणे में महामारी आने पर लोगों की सेवा करते-करते 10 मार्च को अंतिम सांस ले ली।
उदय कुमार मन्ना
संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक,
आरजेएस पीबीएच पाॅजिटिव मीडिया
8368626368,
9811705015
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