समग्र स्वास्थ्य पर पर्यावरणीय प्रभाव पर आर्यभट्ट क्लासेस में आरजेएस पीबीएच कार्यक्रम आयोजित.दीदेवार के अध्यात्म, मेजर डा.प्रीति गर्ग के हैल्थ टिप्स और अरूण तिवारी के पर्यावरण संरक्षण से लाभान्वित हुए विद्यार्थी और अभिभावक. ब्रज किशोर,उमेश जालान और संजय शास्त्री बने ट्रू आरजेएशिएन्स.ग्रंथ तीन के सदस्य बने। विश्व सूर्य दिवस और प्रेस स्वतंत्रता दिवस 3 मई के उपलक्ष्य में चर्चा.
समग्र स्वास्थ्य पर पर्यावरणीय प्रभाव पर आर्यभट्ट क्लासेस में आरजेएस पीबीएच कार्यक्रम आयोजित.
दीदेवार के अध्यात्म, मेजर डा.प्रीति गर्ग के हैल्थ टिप्स और अरूण तिवारी के पर्यावरण संरक्षण से लाभान्वित हुए विद्यार्थी और अभिभावक.
ब्रज किशोर,उमेश जालान और संजय शास्त्री बने ट्रू आरजेएशिएन्स.ग्रंथ तीन के सदस्य बने।
विश्व सूर्य दिवस और प्रेस स्वतंत्रता दिवस 3 मई के उपलक्ष्य में चर्चा.
नई दिल्ली। सकारात्मक भारत-उदय आंदोलन
को जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश में हर रविवार आरजेएस वेबिनार की जगह 28 अप्रैल को बैठक आयोजित की गई।
नई दिल्ली। राम-जानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) के अमृत काल का सकारात्मक भारत -उदय के श्रृंखलाबद्ध कार्यक्रमों की कड़ी में 222 वां कार्यक्रम संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना के संयोजन में
आर्यभट्ट क्लासेस, न्यू अशोक नगर के विद्यार्थियों -अभिभावकों और स्थानीय नागरिकों के साथ 28 अप्रैल को खगोलविद आर्यभट्ट को श्रद्धांजलि देकर संपन्न हुआ।
इस कार्यक्रम में समग्र स्वास्थ्य उपायों पर पर्यावरणीय प्रभाव विषय पर मुख्य अतिथि सुरजीत सिंह दीदेवार, मोटीवेशनल स्पीकर ,मुख्य वक्ता मेजर डा.प्राची गर्ग और विशेष वक्ता पर्यावरणविद् अरूण तिवारी ने विषय की गंभीरता पर चर्चा करते हुए समाधान प्रस्तुत किया। संबोधन के पश्चात् प्रतिभागियों के साथ प्रश्नोत्तरी में उपयोगी जानकारी दी गई।आर्यभट्ट क्लासेस के निदेशक ब्रज किशोर ने सभी का स्वागत किया और संस्थापक उमेश जालान और ने धन्यवाद ज्ञापित किया। पुस्तक अमृत काल का सकारात्मक भारत, ग्रंथ 03 के लिए संजय कुमार शास्त्री के साथ आगामी आरजेएस पीबीएच के भव्य कार्यक्रम सकारात्मक दिवस और स्वतंत्रता दिवस 2024 की तैयारियों के लिए आगे आए। संस्थापक आर्यभट्ट क्लासेस ने इसके लिए जल्दी ही एक और बैठक आयोजित करने की घोषणा की।
समग्र स्वास्थ्य और पर्यावरण पर वक्ताओं ने कहा कि मनुष्य के रूप में हमें अधिक टिकाऊ वातावरण बनाने में मदद करने के लिए अपने जीने के तरीके को समायोजित करने की आवश्यकता है जो बेहतर समग्र स्वास्थ्य की अनुमति देता है।
पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को अपनाकर हम कार्बन उत्सर्जन,रसायनों के संपर्क में आने में कमी ला सकते हैं। हम मनुष्यों का अपने पर्यावरण और हमारे पारिस्थितिक तंत्र के भीतर सभी सूक्ष्मजीवों, जानवरों और पौधों के साथ एक जटिल संबंध है।
कार्यक्रम के अंत में अगले रविवार 5 मई को सुबह 11 बजे विश्व हास्य दिवस पर वेबिनार आयोजित करने की घोषणा हुई।
आकांक्षा
8368626368
Comments
Post a Comment