ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने दी पद्मश्री से सम्मानित साहित्यकार श्याम सिंह शशि को श्रद्धांजलि

ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने दी पद्मश्री से सम्मानित साहित्यकार श्याम सिंह शशि को श्रद्धांजलि
हिन्दी के वरिष्ठ साहित्यकार और पूर्व प्रशासनिक अधिकारी एवं ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया  के अध्यकाश पद्मश्री श्याम सिंह शशि के अकस्मात निधन के पश्चात साहित्य जगत को गहरा आघात लगा। ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया  ने इस अवसर पर उनकी ऑनलाइन श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जिसमें भारत के अनेक राज्यों से ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया से जुड़े वरिष्ठ साहित्यकार और शिक्षाविद जुड़े। ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के महामंत्री डॉ. एसएस अवस्थी ने इस अवसर पर कहा कि यह ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के लिए ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण साहित्यजगत के लिए अपूर्णीय क्षति है। उन्होंने गिल्ड की वर्षों तक सेवा की। इस अवसर पर उनकी पुत्री डॉ. ममता सिंह ने अपने पिता के अनेक संस्मरणों को साझा किया। उन्होंने यह भी कहा कि ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया में उनके प्राण बसते थे। गिल्ड के अधिवेशनों में जाने से उन्हें जैसे जीवनी शक्ति मिलती थी। 
इस अवसर पर साहित्यकार नारायण कुमार ने शशि जी के साथ बिताए पलों को साझा करते हुए कहा कि 300 से अधिक पुस्तकों का लेखन करने और पद्मश्री जैसा सम्मान अर्जित करने के बावजूद उनमें जो सहजता थी वह किसी भी वरिष्ठ साहित्यकार में दुर्लभ होती है। डॉ. अहिल्या मिश्र ने कहा कि शशि जी उनके मार्गदर्शक की भूमिका में हमेशा बने रहे। उनके जाने से जैसे वह स्थान खाली हो गया। डॉ. महेंद्र शर्मा की दृष्टि में शशि जी साहित्य जगत में धूमकेतु की तरह चमकते सितारे के समान थे। प्रो. हरीश अरोड़ा ने डॉ. शशि के आठ अपने 35 वर्षों की यात्रा के संस्मरणों को साझा करते हुए कहा कि उनकी यह सबसे बड़ी विशिष्टता थी कि वे युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए उनके बीच हमेशा रहते थे। डॉ. अशोक ज्योति उन्हें एक विराट वटवृक्ष की तरह देखते थे जिसकी छाया में हजारों साहित्यकारों ने अपनी जीवन यात्रा को आरंभ किया। 
इस अवसर पर सर्वश्री नरेंद्र परिहार, हरि पाल सिंह, उषा दुबे, प्रभा मेहता, अशोक पाण्ड्या, शैलबाला आदि अनेक साहित्यकारों ने पद्मश्री श्यामसिंह शशि को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए अपने विचार रखे।

Comments

Popular posts from this blog

पूरी तरह से कृषि कार्यो में प्रयोग होने वाले कृषि उपकरण,खाद,बीज,दवाई आदि पर जीएसटी से मुक्त करने का वित्त मंत्री ने किसानों को आश्वासन दिया- धर्मेन्द्र मलिक

आत्महत्या रोकथाम दिवस पर विश्व भारती योग संस्थान के सहयोग से आरजेएस पीबीएच वेबिनार आयोजित.

वार्षिकोत्सव में झूम के थिरके नन्हे बच्चे।