बीके लता दीदी और साधक ओमप्रकाश ने आरजेसियंस को पारिवारिक सामंजस्य का पाठ पढ़ाया
बीके लता दीदी और साधक ओमप्रकाश ने आरजेसियंस को
पारिवारिक सामंजस्य का पाठ पढ़ाया
आरजेएस वेबिनार में बीके लता दीदी ने कहा - संदेह और गलतफहमी पारिवारिक सामंजस्य के विनाशक.
साधक ओमप्रकाश ने ओम,ध्यान-मंत्र व वैदिक मंत्रों से पारिवारिक शांति का आह्वान किया
आरजेएस पीबीएच ने मुहर्रम के दसवें दिन यौम-ए-आशूरा हज़रत इमाम हुसैन का शहादत दिवस मनाया .
सकारात्मक दिवस 24 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय आरजेएस फैमिली अवार्ड्स 2025 की होगी घोषणा
नई दिल्ली। "विभिन्न धर्मों में आदर्श परिवार नीति" की चर्चा करते हुए राजयोग शिक्षिका और मोटीवेशनल स्पीकर बीके लता दीदी ने आंतरिक शांति और सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करके वर्तमान तनावग्रस्त समाज से घबराहट पर शांति चुनने का आग्रह किया। उनका कहना था कि सच्ची खुशी भीतर से आती है, इसलिए दूसरों का सम्मान करें, लेकिन आत्म सम्मान भी सर्वोपरि है। बीके लता दीदी ने संदेह और गलतफहमी को पारिवारिक सामंजस्य का विनाशक कहा।
6 जुलाई 2025 को राम जानकी संस्थान पॉजिटिव ब्रॉडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) और आरजेएस पॉजिटिव मीडिया के संस्थापक और राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना द्वारा
आरजेएस युवा टोली, पटना के साधक ओमप्रकाश के सहयोग से मुहर्रम के अवसर पर "विभिन्न धर्मों में आदर्श परिवार नीति" विषयक 387वीं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। श्री मन्ना ने कहा कि
आरजेएस पीबीएच परिवार
प्रवासी भारतीयों, कार्यक्रम के सहयोगी अतिथियों और सकारात्मक आंदोलन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सह-आयोजकों की युगल जोड़ियों को दिल्ली में 78 वें आजादी पर्व पर 10 अगस्त को सम्मानित करेगा। इस अवसर पर न्यूज लेटर का विशेष अंक और ग्रंथ पांच पुस्तक का लोकार्पण होगा। 1 अगस्त से 15 अगस्त तक अंतर्राष्ट्रीय सकारात्मक चिंतन महोत्सव का देश-विदेश में आयोजन होगा। संपर्क नंबर है उदय कुमार मन्ना 91+8368626368.
6 जुलाई कार्यक्रम के सह- आयोजक साधक ओमप्रकाश ने गायत्री-मंत्र,ध्यान-मंत्र व वैदिक मंत्रों से पारिवारिक शांति का आह्वान किया।
उन्होंने सत्यमेव जयते का उद् घोष करते हुए सकारात्मक संकल्प की शक्ति और महिलाओं की शक्ति को प्राचीन भारतीय कहानियों के माध्यम से चित्रित किया जिसमें सत्यवान सावित्री प्रमुख था। उन्होंने कहा कि शिव और पार्वती का मिलन सकारात्मक परिणाम के लिए चेतना और शक्ति के संयोजन का प्रतिनिधित्व करता है। इस बात पर उन्होंने जोर दिया कि बुढ़ापे को कमजोरी नहीं बल्कि आधुनिक तकनीक के दौर में अनुभव का लाभ उठाने का समय माना जाना चाहिए।
कार्यक्रम का शुभारंभ संस्कृत श्लोक "यतो धर्मस्ततो जय:" से हुआ।
अतिथियों का स्वागत आरजेएस टीफा 25 की सशक्त सदस्या नागपुर की डॉ. कविता परिहार ने कविता पाठ से किया।
उन्होंने कहा कि सावन का कार्यक्रम आरजेएस पीबीएच मंच पर 15 जुलाई को रति चौबे टीफा25 के साथ मिलकर करेंगी।
मुख्य अतिथि बीके लता दीदी का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा " सरल सादगी का बना मिश्री सी मीठी बाती हैं,
दीप शिखा सी सभी को अंतर्मन से अपनाती हैं।"
कार्यक्रम का संचालन आरजेएस युवा टोली, पटना से जुड़े बिहार के सरकारी शिक्षक वैभव भारद्वाज ने किया। उन्होंने आरजेएस पीबीएच के मंच को नई पीढ़ी और पुरानी पीढ़ी के बीच सेतु का काम करने के लिए बधाई दी।
गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई कार्यक्रम की सह-आयोजक स्वीटी पॉल की शंका का समाधान करते हुए बीके लता दीदी ने कहा कि प्रतिकूलता के दौरान संतुलन बनाए रखने के लिए आरामदायक समय में भी लगातार अभ्यास की आवश्यकता होती है
विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई और विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस 27 जुलाई के कार्यक्रम की सह- आयोजक सरिता कपूर के प्रश्नों का जवाब देते हुए बीके लता दीदी ने कहा की शब्दों के बजाय कार्यों के माध्यम से मूल्यों को प्रदर्शित किया जाए ।जैसे एक मूर्ति यह नहीं कहती कि मैं भगवान हूं लेकिन उसके प्रति सभी श्रद्धा दिखाते हैं। सभी कुछ ना कुछ योग करते हैं। योगी जीवन एक निरंतर अवस्था है ना कि कुछ घंटे तक सीमित होता है।
भारत सरकार में निदेशक सुनील कुमार सिंह ने भारतीय पारिवारिक मूल्यों को संरक्षित करने पर जोर दिया विशेष रूप से प्रवासी भारतीयों के लिए क्योंकि वे दुनिया को प्रेरणा के रूप में काम करते हैं। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग माता-पिता की उपेक्षाओं के संबंध में साधक ओमप्रकाश जैसे बुजुर्गों का ज्ञान मार्गदर्शन प्रदान करता है। उन्होंने परिवार और माता द्वारा दिए गए संस्कारों के महत्व पर जोर दिया। आरजेएस की टेक्निकल टीम द्वारा मुहर्रम के अवसर पर दुद्धी नगर, सोनभद्र, उत्तर प्रदेश से टीफा 25 के इसहाक खान द्वारा स्थल रिकार्डिंग पर आधारित वीडियो का अंश प्रसारित किया गया। कार्यक्रम के अंत में नागपुर से टीफा 25 की सदस्या चंद्रकला भारतीया ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा की बीके लता दीदी के आंतरिक शक्ति को जगाने आत्म सम्मान और सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने के उद्बोधन से हम सब लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने साधक ओमप्रकाश द्वारा महिलाओं की ऊर्जावान शक्ति पर जोर देना और पारिवारिक मूल्यों के महत्व पर प्रकाश डालना सभी के अंदर आत्मविश्वास को बढ़ाएगा।
आयोजक उदय कुमार मन्ना ने कहा कि आरजेएस पीबीएच राष्ट्रीय ऑब्जर्वर दीप माथुर 24 जुलाई को विश्व सकारात्मक भारत -उदय दिवस पर अंतर्राष्ट्रीय आरजेएस पीबीएच फैमिली अवार्ड्स 2025 की दिल्ली में घोषणा करेंगे।
कार्यक्रम में आरजेएस पीबीएच न्यूज़ लेटर के संपादक राजेन्द्र सिंह कुशवाहा,कौशल्या देवी,निशा चतुर्वेदी,सुमन कुमारी,दयाराम सारोलिया, आकांक्षा, मयंक राज,सोनू कुमार, वर्षा परिहार और बच्चे भी जुड़े।
आकांक्षा मन्ना
हेड क्रिएटिव टीम
आरजेएस पीबीएच
9811705015
Comments
Post a Comment