स्वतंत्रता दिवस 2025 का उत्सवमाननीय केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने किया “भारत खिलता कमल: कामधेनु पहल” विषयकराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन
स्वतंत्रता दिवस 2025 का उत्सव
माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने किया “भारत खिलता कमल: कामधेनु पहल” विषयक
राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन
गौशाला प्रबंधन में उत्कृष्टता: चुनौतियाँ एवं संभावनाएँनई दिल्ली, 13 अगस्त 2025:
स्वतंत्रता दिवस 2025 के अवसर पर “भारत खिलता कमल: कामधेनु पहल” विषय पर गौशाला प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए एक राष्ट्रीय सम्मेलन का भव्य आयोजन कॉन्स्टिट्यूशन क्लब, नई दिल्ली में किया गया। इस महत्वपूर्ण आयोजन का उद्घाटन माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने किया। महर्षि वशिष्ठ गौशाला प्रबंधन एवं अनुसंधान परिषद द्वारा आयोजित इस सम्मेलन का उद्देश्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए गौशाला प्रबंधन की वर्तमान चुनौतियों और भविष्य की संभावनाओं पर विचार-विमर्श करना था।
सम्मेलन में देश भर से आए विशेषज्ञों, समाजसेवियों, शिक्षाविदों, जनप्रतिनिधियों तथा गौ-सेवा के क्षेत्र में कार्यरत विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने कहा कि बछिया के जन्म को सुनिश्चित करने के लिए IVF तकनीकों पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है और आर्थिक रूप से सक्षम व्यक्तियों को नई गौशालाओं की स्थापना में आगे आना चाहिए ताकि वे अपनी बचत के हित से उनका सुचारु प्रबंधन कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि भूमि की कमी के कारण किसानों के परिवारों में गौ पालन को लेकर गंभीर चुनौतियाँ उत्पन्न हो रही हैं, जबकि गाय ग्रामीण अर्थव्यवस्था, जैविक खेती और पर्यावरण संरक्षण के लिए अत्यंत आवश्यक है।
सम्मेलन में गौ के महत्व पर विशेष जोर दिया गया, जिसे धार्मिक ही नहीं बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया। साथ ही शहरीकरण के बढ़ते प्रभाव से गायों के संरक्षण में जो बाधाएं आ रही हैं, उनके निराकरण हेतु उचित नीतिगत कदम उठाने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया।
इस राष्ट्रीय आयोजन में पद्मश्री डॉ. भारत भूषण त्यागी, श्री जुबैर चौधरी विधायक (सीलमपुर) दिल्ली , पूर्व कुलपति प्रो. के.एम.एल. पाठक, यूपिटर अस्पताल के सीईओ डॉ. अविनाश रुद्रप्रकाश, संस्कृत विद्वान डॉ. कामदेव झा, जल कार्यकर्ता सुश्री कामना झा, कवयित्री सुश्री अनुभूति चतुर्वेदी, फिल्म निर्माता श्री सुनील ट्याल, हीरा स्वीट्स के सीईओ श्री महेश शर्मा, “Connecting Business Achievers” के संपादक श्री मुस्तफा अहमद खान, तथा आगामी फिल्म “The Other Mother – Mathura Files” के निर्देशक श्री ओनेमो (मनदीप सिंह) समेत अनेक प्रतिष्ठित हस्तियां उपस्थित रहीं। साथ ही पद्मश्री फ्रेडरिके इरीना ब्रूनिंग, जिन्हें "मदर टेरेसा ऑफ काउज़" कहा जाता है, भी इस अवसर पर मौजूद थीं।
कार्यकारी निदेशक श्रीमती गायत्री वशिष्ठ ने परिषद के लक्ष्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि परिषद “हर जिले में महर्षि गौशक्तिपीठ”, “हर गाँव में एक गौशाला”, “हर घर में एक गाय” और “एक क्यारी, गौ माता को हमारी” जैसे अभियानों के माध्यम से ग्रामीण पुनरुत्थान की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने मंत्री महोदय से इस कार्य में केंद्र सरकार से, विशेष रूप से युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से गौशाला प्रबंधन एवं पैरा-वेट प्रशिक्षण से जोड़ने हेतु पूर्ण सहयोग की अपील की।
सम्मेलन में डॉ. कामदेव झा ने प्राचीन ग्रंथों में गाय के महत्व का उल्लेख किया, जबकि पद्मश्री डॉ. भारत भूषण त्यागी ने जैविक खेती में गाय की भूमिका और पशु-मानव सह-अस्तित्व के सिद्धांत पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रो. के.एम.एल. पाठक ने स्वदेशी गायों की नस्लों को आधुनिक IVF तकनीकों के माध्यम से संवर्धित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
कार्यक्रम का समापन डॉ. रमा भारती, राष्ट्रीय प्रमुख (परियोजना विकास), MVIGMRC द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत कर किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत वरिष्ठ पत्रकार श्री ओम निशांत पवार द्वारा रचित भावपूर्ण “गौ महिमा” स्तुति से हुई, जिसने उपस्थित जनसमूह में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार किया। इस प्रकार यह राष्ट्रीय सम्मेलन गौ सेवा और संरक्षण के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुआ।
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