दुर्योधन की मेवा का त्याग कर विदुर के घर भोजन करने के आनंद में प्रभु का संदेश छुपा है -आचार्य श्री कौशल किशोर जी महाराज।
दुर्योधन की मेवा का त्याग कर विदुर के घर भोजन करने के आनंद में प्रभु का संदेश छुपा है -आचार्य श्री कौशल किशोर जी महाराज।
नई दिल्ली।सनातन स्वाभिमान सभा (पंजी.) व मानव संरक्षण कल्याण संगठन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित लाला बख्तामल पंचायती धर्मशाला, कूंचा पातीराम, सीताराम बाजार, चावड़ी बाजार, दिल्ली के प्रांगण में आयोजित श्रीमद्भागवत पुराण कथा में आचार्य श्री कौशल किशोर जी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को रसावदान कराते हुए कहा,कि भगवान श्री कृष्ण को प्रेम और दिखावे को समझने के लिए भी मानव को लीला के जरिए समझाना पड़ा,कि अहंकारी दुर्योधन की मेवा त्याग कर, विदुर के घर भोजन के सेवन करके जो आनंद श्री कृष्ण को मिला, उससे साफ हो गया,कि जहां प्रेम होता है, वहां सब कुछ अच्छा लगता है।
आचार्य श्री किशोर ने कहा,कि कथा के श्रवण के बाद हवन यज्ञ कर श्रीमद्भागवत पुराण कथा को सहज किया गया, तत्पश्चात प्रसाद व भंडारे का भी आयोजन किया गया।कथा में पू्र्व मेयर आदेश गुप्ता,के अलावा पं.बृजेश शर्मा, आनंद शास्त्री,बाबू राम तिवारी,जुगल किशोर शास्त्री, कमलेश शर्मा, कुसुम सहगल,पूजा प्रदीप शर्मा,करन कुमार,लव जेटली, महेश कुमार, अर्चना शर्मा,रवि शर्मा आदि ने विशेष सहयोग किया।
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